लेखनी कहानी - मुझे मीट चाहिए - डरावनी कहानियाँ
मुझे मीट चाहिए - डरावनी कहानियाँ
मेरे मामाजी की लड़की की शादी थी ! शादी गाँव में थी! एक दिन पहले गाने बजाने का माहौल चल रहा था ! मेरे भाई (मामा के लड़के) के कुछ दोस्त भी आ रखे थे! उनकी पड़ोस के घर की छत्त पर पीने पिलाने की दावत चल रही थी !
भाई ने मुझे पैसे दिए और अपने एक दोस्त के साथ मीट लेने भेज दिया! मामा के घर पर मासाहारी खाने की मनाही है इसलिये हमे ये काम चुपके से करना था ! हम दोनों बाइक पर सवार होकर निकल पड़े!सड़क बिलकुल सुनसान थी व बाइक की लाइट के अलावा कोई रोशिनी नहीं थी! वापस आते समय घर से करीब एक किलोमीटर पहले हमारी बाइक रुक गई!
काफी कोशिश करने पर भी चालू नहीं हुई! हम खींच कर बाइक ले जाने लगे! कुछ ही दूरी पर हमे एक बूढा आदमी दिखा ! वह हमारे पास आया और कहने लगा थोड़ा मीट दे दो ! हमे पहले से ही गुस्सा आ रहा था, उसकी बात सुन कर और गुस्सा आने लगा ! भाई के दोस्त ने चिड़ कर कहा – तेरे बाप ने खाया है कभी मीट? चल भाग यहाँ से!आदमी ने फिर से मीट माँगा मगर हमने उसे धमका कर भगा दिया !
घर पहुँच कर मैंने भाई को मीट पकड़ा दिया और नाच गाने वाले कमरे में चला गया ! वहां जाकर देखा तो नाच गाना बंद हो गया था! सब लोग दीदी (दुल्हन) को घेर कर खडे थे! दीदी अजीब सी हरकतें कर रही थी और कह रही थी -मुझे मीट खाना है!
दीदी ने ज़िन्दगी में कभी भी मीट नहीं खाया था! सब को समझ आ रहा था कि ये भूत प्रेत का चक्कर है ! मामा ने दीदी को जोर के दो थप्पड़ मारे! दीदी ठीक हो गई!
मगर मामी अजीब सी हरकतें करने लगी! ये सिलसिला चलता रहा ! भूत एक को छोडता तो दूसरे पर लग जाता! सब भूत को समझाने लगे कि इस घर के लोग मॉस मछली छूते तक नहीं है! पर भूत ने बताया कि इस घर के कुछ लोगों ने मीट मंगाया है और मेरे मांगने पर मुझे नहीं दिया !
ये सुन कर कुछ कुछ बात मेरे समझ में आने लगी! मै भाग कर भाई के पास गया और घर और रास्ते पर हुई घटना के बारे मे बताया ! भाई ने वहां से मीट का एक टुकड़ा उठाया और चल दिया! उस समय भूत दीदी पर लगा हुआ था! भाई ने मीट का टुकड़ा दीदी के मुह मे डाल दिया , तब जाकर दीदी शांत हुई!
थोड़ी देर बाद सब सामान्य हो गया और सब अपने अपने काम मे लगगए ! मगर मामा थोड़े गुस्से मे लग रहे थे! शायद वह भाई पर गुस्सा थे !